धन प्राप्ति के लिए यहाँ अनेक उपाय बताए गए है, ध्यान रखें की केवल उपाय करने से कुछ नहीं होगा इसके साथ आपको अपने प्रयास भी करने पड़ेंगे।
आप प्रतिदिन सुबह जल्दी उठे और उठ कर आप अपने दोनों हाथों की हथेलियों को देख कर देवी लक्ष्मी का स्मरण करे
सुबह उठकर सबसे पहले घर की मालकिन अगर एक लोटा पानी घर के मुख्य द्वार पर डालती है तो घर में लक्ष्मी देवी के आने का रास्ता खुल जाता है।
घर में पैसा रखने वाली अलमारी का मुंह उत्तर की तरफ रखें, ऐसा करने से घर में लक्ष्मी बढ़ती है।
प्रत्येक स्त्री को पूर्ण सम्मान दें, क्योंकि स्त्रियों को स्वयं लक्ष्मी का स्वरुप माना गया है। कभी भी किसी भी स्त्री का अपमान न करे। घर की व्यवस्था अपनी पत्नी को सौपें, वही घर को चलाये। अपने माता पिता को अपनी आय का एक निश्चित हिस्सा अवश्य ही दें। घर में कोई भी बड़ा काम हो तो उसमें घर के बड़े बुजुर्गों विशेषकर स्त्रियों को अवश्य ही आगे करें। अपने घर एवं रिश्तेदारी में अपनी पत्नी को अवश्य ही आगे रखें। अपनी माँ, पत्नी, बहन एवं बेटी को हर त्यौहार, जन्मदिवस, एवं शादी की सालगिरह आदि पर कोई न कोई उपहार अवश्य ही दे।
रात को सोने से पहले व्यापारियों की तरह अपने पास रखे नोटों की गिनती कर के सोये तथा विनती करे की धन तुम मेरे पास आओ! जो रास्ता तुम्हे सही लगे तुम उस रस्ते से आओ हे धन तुम तीन गुणा बढ़ कर आओ बिना किसी को नुक्सान पहुचाये मेरे पास आओ हम तुम्हे स्वीकार करने को तैयार है।
नोटों की गिनती कभी भी उँगलियों पर थूक लगा कर न करें।
कभी भी सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू न लगाये।
बुधवार को किसी को भी पैसे उधार न दें।
आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए बुधवार को हरी वस्तु का सेवन करें लेकिन पीली वस्तु का सेवन बिलकुल भी ना करें और बृहस्पतिवार पीली वस्तु खाएं लेकिन हरी वास्तु का सेवन ना करें तो धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
हर गुरुवार को आप पीले वस्त्र पहनें। खाने में पीले रंग की मिठाई खाएं। इसके साथ ही पीले रंग की वस्तु का दान करें। पीले रंग की वस्तु जैसे पीले रंग का कपड़ा, पीला फल आम, हल्दी आदि।
सूर्यास्त के बाद कभी भी किसी को दूध, दही या प्याज नहीं देना चाहिए इससे घर में बरकत ख़त्म हो जाती है।
घर के मुखिया जो अपने घर व्यापार में माँ लक्ष्मी की कृपा चाहते है वह रात के समय कभी भी चावल, सत्तू, दही, दूध, मूली आदि खाने की सफेद चीजों का सेवन न करें इस नियम का जीवन भर यथासंभव पालन करने से आर्थिक पक्ष हमेशा ही मजबूत बना रहता है।
माता लक्ष्मी की उपासना के लिए स्फटिक की माला शुभ मानी गई है। स्फटिक पंचमुखी ब्रह्मा का स्वरूप है। मां लक्ष्मी और संसार के रचयिता ब्रह्मा जी की कृपा पाने के लिए इस माला का प्रयोग लाभकारी माना जाता है।
घर में झाड़ू किसी साफ और किसी सुनिश्चित स्थान पर रखे। घर में झाड़ू ऐसी जगह रखे कि वह किसी भी बाहर वाले को दिखाई ना दें। झाड़ू को हमेशा लिटा कर रखे, उसे ना तो खड़ा करके रखे, ना उसे पैर लगाएँ और ना ही उसके ऊपर से गुजरे, अन्यथा लाख प्रयास के बावजूद भी घर में लक्ष्मी टिक नहीं पाती है।
अगर दो झाड़ू रख रहें हैं तो दोनों को सटाकर न रखें।
अपनी आदत में इस बात को शामिल करें कि जब भी कहीं से घर वापस लौटकर आएं तो कुछ भी साथ में लेकर जरुर आएं। खाली हाथ घर बिल्कुल भी नहीं आएं।
सदैव याद रखें कभी भी किसी से कोई चीज मुफ्त में न लें , हमेशा उसका मूल्य अवश्य ही चुकाएं, कभी भी किसी व्यक्ति को धोखा देकर धन का संचय न करें, इस तरह से कमाया हुआ धन टिकता नहीं है , वह उस व्यक्ति और उसके परिवार के ऊपर कर्ज के रूप में चढ जाता है और ऐसा करने से व्यक्ति के स्वयं के भाग्य और उसके कर्म से आसानी से मिलने वाली सम्रद्धि और सफलता में भी हमेशा बाधाएँ ही आती है।
हर एक व्यक्ति को चाहे वह अमीर हो या गरीब, उसका जो भी व्यवसाय/नौकरी हो अपनी आय का कुछ भाग प्रति माह धार्मिक कार्यों में अथवा दान पुण्य में अवश्य ही खर्च करना चाहिए।
हर 6 माह में कम से कम एक बार अपने माता पिता को कोई उपहार अवश्य ही दें इससे आपकी आय में सदैव बरकत आएगी।
जहां गंदगी रहती है वहां महालक्ष्मी का निवास नहीं होता। अत: घर आसपास किसी भी प्रकार की गंदगी जमा न होने दे। व्यवस्थित साफ-सफाई करें। घर में भी कहीं गंदगी जमा न होने दें।
घर में कोई ऐसी चीज़ है जिसका आप इस्तेमाल नही करते तो आप उस चीज़ को बहार निकाल दे क्योकि ये नकारात्मक उर्जा का संचार करती है।
अगर आपके घर में बहुत दिनों से बंद घड़ी है तो उसे हटा दें बंद घड़ी घर में आते हुए पैसों को रोक देती है।
आपके घर में टूटी हुई चेयर या टेबल पड़ी है तो उसे तुरंत घर से हटा दें। ये आपके पैसों और तरक्की को रोक देती है।
पुराने या टूटे हुए जूते-चप्पल आपको आगे बढऩे से रोक देते हैं। इन्हे घर से निकाल दें।
पूजा में चढ़े हुए और मुरझाए हुए फूल घर में नहीं रखें इनसे अशुभ फल मिलता है।
घर में बनने वाले मकड़ी के जाले तुरंत हटा दें इनसे आपके अच्छे दिन बुरे दिनों में बदल सकते हैं।
अगर बुरी नजर या ताकत से बचने के लिए नींबू-मिर्च लगा रखें है तो हर रविवार को उन्हें हटा दें और नए लगा दें।
नमक को कभी भी खुले बर्तन में न रखे।
प्रतिदिन पीपल की जड़ में जल डालें।
अपने घर के प्रत्येक दरवाज़े के कब्ज़े में तेल लगाये ताकि उनमें से 'चू चू' की आवाज़ ना आये।
भोजन तैयार करते समय पहली रोटी गाय के लिए और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकाले।
जब भी घर का फ़र्श साफ़ करें तो उसमे थोड़ा सा नमक मिला लें।
जब भी अपनी बहन या बुआ को घर पर आमंत्रित करें तो उसे खाली हाथ न भेजें। खासकर जिन्होंने हक़ नहीं लिया उनको तो अवश्य दें।
स्त्रियाँ माइके से ज्यादा धन लाने का प्रयास न करें। कई माताएँ अपनी बेटियों को छुपकर धन देती हैं ये बेटियों के लिए हानिकारक होता है। उचित मात्रा में लेने देने से कोई हानि नहीं होती।
बेटियों के घर से यथासंभव कुछ न ले, खासकर अगर वो हक़ लेकर नहीं गई हैं।
बाजार से बने बनाए लक्ष्मी चरण चिह्न स्टीकर ले आएं। इन्हें घर के दरवाज़े के बाहरी ओर लगाए। घर में आने वाले सदस्य की इस पर नज़र पड़े।
हर शुक्रवार के दिन देवी गज लक्ष्मी जी के मंदिर जाकर उनसे अमीर होने की प्रार्थना कर एक दीपक जलाये और कुछ लाल रंग के फूलो को भी अर्पित करे।
महालक्ष्मी का ध्यान करके इच्छानुसार देसी खांड माँ लक्ष्मी का भोग लगाएँ और श्रीसूक्त का पाठ करें। इसके बाद चड़ी हुई देसी खांड किसी सुहागन ब्राह्मणी को दान दें।
रविवार की रात को सोते समय 1 गिलास में दूध भरकर अपने सिर के पास रखकर सोना है। इसके लिए ध्यान रखें कि नींद में दूध ढुलना नहीं चाहिए।
सुबह उठने के बाद नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद इस दूध को किसी बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें। ऐसा हर रविवार की रात की करें।
शनिवार तक बड़ के पेड़ के एक पत्ते को ले कर उस पर अष्टगंध से अपनी इच्छा को लिख कर बहती नदी में डाल दे।
अपने घर में तुलसी का पौधा लगा कर रोज उसकी पूजा करे साथ ही उनसे पैसे के लिए भी प्रार्थना करे।
आप बेल के पत्ते पर चंदन से ॐ बना दीजिए और इत्र छिड़ककर शिवलिंग पर "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करते हुए सभी बेल पत्र चढ़ा दीजिए और अर्पित करके अपनी इच्छा व्यक्त करे।
जीवन में धन लाभ और कार्यों में मनवाँछित सफलता प्राप्त करने के लिए घर में बजरंग बली का फोटो जिसमें वह उड़ते हुए नज़र आ रहे हो रखकर उसकी विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए।
हर माह के प्रथम बुधवार को पाँच मुट्ठी हरे साबुत मूँग ( साबुत मूँग की दाल ) साफ हरे रुमाल / कपडे में बाँधकर सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें, इससे धन सम्बन्धी कार्यों में विघ्न नहीं आते है, आर्थिक पक्ष मजबूत होता जाता है।
अगर आप जीवन में स्थाई सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आप शुक्ल पक्ष के किसी भी दिन सूर्यास्त से पहले एक पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसमें जटायुक्त नारियल रखकर उसके मुख पर मोली बांधकर उसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा माह में एक बार अवश्य ही किया करें।
शुक्रवार को सवा सौ ग्राम साबुत बासमती चावल और सवा सौ ग्राम ही मिश्री को एक सफेद रुमाल में बांध कर माँ लक्ष्मी से अपनी गलतियों की क्षमा मांगते हुए उनसे अपने घर में स्थायी रूप से रहने की प्रार्थना करते हुए उसे नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें, धीरे धीरे आर्थिक पक्ष मजबूत होता जायेगा।
घर के पूजा स्थल और तिजोरी में सदैव लाल कपडा बिछा कर रखें और संध्या में आपकी पत्नी या घर की कोई भी स्त्री नियम पूर्वक वहां पर ३ अगरबत्ती जला कर अवश्य ही पूजा करें।
प्रत्येक पूर्णिमा में नियमपूर्वक साबूदाने की खीर मिश्री और केसर डाल कर बनाये फिर उसे माँ लक्ष्मी को अर्पित करते हुए अपने जीवन में चिर स्थाई सुख, सौभाग्य और सम्रद्धि की प्रार्थना करें, तत्पश्चात घर के सभी सदस्य उस खीर के प्रशाद का सेवन करें।
घर में तुलसी का पौधा लगाकर वहां पर संध्या के समय रोजाना घी का दीपक जलाने से माता लक्ष्मी उस घर से कभी भी नहीं जाती है।
मंगलवार के दिन लाल चंदन, लाल गुलाब के फूल तथा रोली लेकर इन सब चीजों को लाल कपड़े में बांधकर एक सप्ताह के लिए घर के मंदिर में रख दें एवं धूपबत्ती आदि से पूजा करें। एक सप्ताह के बाद उनको घर की तथा दुकान की तिजोरियों में रख दें।
एक कमल पर बैठी हुई लक्ष्मी जी की फोटो लाये जिसमे दो हाथी सुँढ़ उठाये हुए हो उसे अपनी तिजोरी के दरवाजे पर ऊपर की तरफ चिपका दे।
साईं जी की ९ परिक्रमा करे अपनी आवश्यकता को मन में दोहराए, गुलाब की अगरबती जलाये, ये सब कार्य श्वेत वस्त्र पहन कर करें।
पति से कहे कि पायल शुक्रवार को खरीद कर आपको गिफ्ट करे फिर सलिल के कपडे पर रखकर लक्ष्मी जी के सामने ५ बार उन पर केसर का तिलक करे, माँ से प्रार्थना करे कि माँ धन आये, श्री सूक्तम का पाठ करें, १५ मिनट बाद पहन ले, जब भी पूजा करे दो बार छनका ले और खुशियों की प्रार्थना करें।
भगवान शंकर को प्रतिदिन सुबह चावल तथा बिल्व पत्र चढ़ाएं।
यदि आप चाहते की कभी भी आपके घर में धन धान्य की कमी न हो तथा माता लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे तो 11 लघु नारियल एक पीले कपडे में बाँध कर रसोई घर के पूर्वी कोने में बाँध दे।
अचानक धन प्राप्ति के लिए सोमवार के दिन श्मशान में स्थित महादेव मंदिर जाकर दूध में शुद्ध शहद मिलाकर चढ़ाएं।
हर रोज शाम के बाद किसी शिव मंदिर में शिवलिंग के सामने दीपक जलाएं।
दीपावली की शाम दीप जालने के बाद तिजोरी अथवा जहां भी आप धन रखते हैं वहां उल्लू की एक तस्वीर लगाएं। पूरे साल आर्थिक लाभ के अवसर मिलते रहेंगे।
दो गोमती चक्र लेकर आएं और एक चक्र को घर के मंदिर में तथा दूसरे चक्र को अपने पर्स में रखें। पर्स में चक्र को लाल रेशमी कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। गोमती चक्र महालक्ष्मी का प्रतीक चिन्ह हैं।
घर के मंदिर में दक्षिणावर्ती शंख रखें और नियमित रूप से इसका पूजन करें। दक्षिणवर्ती शंख अत्यंत प्रिय है विष्णु भगवान और देवी लक्ष्मी को। शंख समुद्र मंथन के समय प्राप्त चौदह अनमोल रत्नों में से एक है। लक्ष्मी के साथ उत्पन्न होने के कारण इसे लक्ष्मी भ्राता भी कहा जाता है। यही कारण है कि जिस घर में शंख होता है वहां लक्ष्मी का वास होता है। घर में शंख जरूर रखें।
अपने पर्स में चावल के 21 दानें रखें। किसी भी शुभ मुहूर्त में महालक्ष्मी का शास्त्रोक्त पूजन करें, पूजन में चावल भी रखें जाते हैं इन्हीं में से 21 दानें निकालकर पर्स में रखें। चावल किसी लाल रेशमी कपड़े में बांधकर रखें।
आप अपने निवास स्थान में उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ़ जगह पर स्थान चुन लीजिए,उस स्थान को गंदगी आदि से मुक्त कर लीजिये, फ़िर एक साफ़ लकडी का पाटा उस स्थान पर रख लीजिए, और एक चमेली के तेल की सीसी, पचास मोमबत्ती सफ़ेद और पचास मोमबत्ती हरी और एक माचिस लाकर रख लीजिए। अपना एक समय चुन लीजिये जिस समय आप जरूर फ़्री रहते हों, उस समय में आप घडी मिलाकर ईश्वर से धन प्राप्त करने के उपाय करना शुरु कर दीजिए। पाटे को पानी और किसी साफ़ कपडे से साफ़ करिए, एक हरी मोमबत्ती और एक सफ़ेद मोमबत्ती दोनो को चमेली के तेल में डुबोकर नहला लीजिए, दोनो को एक माचिस की तीली जलाकर उनके पैंदे को गर्म करने के बाद एक दूसरे से नौ इंच की दूरी पर बायीं (लेफ़्ट) तरफ़ हरी मोमबत्ती और दाहिनी (राइट) तरफ़ सफ़ेद मोमबत्ती पाटे पर चिपका दीजिए। दुबारा से माचिस की तीली जलाकर पहले हरी मोमबत्ती को और फ़िर सफ़ेद मोमबत्ती को जला दीजिए, दोनो मोमबत्तिओं को देखकर मानसिक रूप से प्रार्थना कीजिए “हे धन के देवता कुबेर ! मुझे धन की अमुक (जिस काम के लिये धन की जरूरत हो उसका नाम) काम के लिये जरूरत है, मुझे ईमानदारी से धन को प्राप्त करने में सहायता कीजिए”, और प्रार्थना करने के बाद मोमबत्ती को जलता हुआ छोड कर अपने काम में लग जाइये। दूसरे दिन अगर मोमबत्ती पूरी जल गयी है, तो उस जले हुये मोम को वहीं पर लगा रहने दें, और नही जली है तो वैसी ही रहने दें, दूसरी मोमबत्तियों को पहले दिन की तरह से ले लीजिए, और पहले जली हुयी मोमबत्तियों से एक दूसरी के नजदीक लगाकर जलाकर पहले दिन की तरह से वही प्रार्थना करिए, इस तरह से धीरे धीरे मोमबत्तिया एक दूसरे की पास आती चलीं जाएगी, जितनी ही मोमबत्तियां पास आती जाएगी, धन आने का साधन बनता चला जायेगा, और जैसे ही दोनो मोमबत्तियां आपस में सटकर जलेंगी,धन प्राप्त हो जायेगा। जब धन प्राप्त हो जाए तो पास के किसी धार्मिक स्थान पर या पास की किसी बहती नदी में उस मोमबत्तियों के पिघले मोम को लेजाकर श्रद्धा से रख आइए या बहा दीजिए, जो भी श्रद्धा बने गरीबों को दान कर दीजिए, ध्यान रखिये इस प्रकार से प्राप्त धन को किसी प्रकार के गलत काम में मत प्रयोग करिए, अन्यथा दुबारा से धन नही आयेगा।
प्रति शनिवार को पीपल को जल चढ़ाकर उसकी पूजा करेंगे तो धन और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी।
११ पीपल के पत्तो को गंगाजल से धोकर ७ मंगलवार ७ बार राम लाल चन्दन से लिखकर हनुमान जी को चढ़ाएं और धनप्राप्ति में आ रही बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें।
शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार को सफेद कपडे के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगायें।
पीपल के पत्ते पर राम लिखकर तथा कुछ मीठा रखकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
शास्त्रानुसार प्रत्येक पूर्णिमा पर प्रात: १० बजे पीपल वृक्ष पर माँ लक्ष्मी का फेरा लगता है। इसलिए जो व्यक्ति आर्थिक रूप से परेशान हो, वो इस समय पीपल के वृक्ष के पास जाये, उसका पूजन करें, जल चढ़ाये और लक्ष्मी जी की उपासना करे और लक्ष्मी मंत्र की एक माला करके आये।
चांदी कि बांसुरी को लाल साटन के कपडे में बांधकर लक्ष्मी जी की पूजा करे फिर श्री सूक्तम का पाठ करे फिर थोड़ी देर के बाद बांसुरी को उठाकर धन वाले स्थान पर रख दे। अगर चाँदी की बाँसुरी न रख पायें तो बांस की बासुरी रखे। बांस निर्मित बांसुरी भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय है। जिस घर में बांसुरी रखी होती है, वहां के लोगों में परस्पर प्रेम तो बना रहता है और साथ ही सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।
काली हल्दी के नौ दाने बनाये व उन्हें एक धागे में पिरोकर माला बना ले। अब गूगल, लोबान तथा धूप से साधना करने के पश्चात अपने गले में धारण कर ले। इस तरह का उपाय व्यक्ति के ग्रह नक्षत्र को व्यक्ति के अनुकूल बनाता है, तथा व्यक्ति को अचानक धन लाभ की प्राप्ति होती है।
अगर आप किसी नए काम के लिए घर से निकलते है तो काली हल्दी के टीका अपने माथे में लगा के निकलिए, इस उपाय द्वारा यह निश्चित है की आपको उस कार्य में सफलता मिलेगी।
काली हल्दी का तिलक आपके आस पास स्थित सभी प्रकार की नकरात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता है।
काली हल्दी को नकारात्मक शक्तियों को दूर करने वाला माना गया है। किसी भी दिन एक काली हल्दी लाकर पूजा स्थान में रखें। नियमित इसे धूप दीप दिखाएं। जब भी कभी धन संबंधी काम से कहीं जाएं तो इसके दर्शन करलें।
कमलगट्टे का रंग काला होता है तथा ये कमल के पुष्प में मिलते है। ये तथा इनकी माला आपको बाजार से आसानी से मिल जायेगी।
जो व्यक्ति पूजा-पाठ के दौरान की माला अपने गले में धारण करता है उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
यदि कमलगट्टे की माला माता लक्ष्मी की तस्वीर अथवा प्रतिमा में पहनाकर नदी में विसर्जित करने से घर में नियमित धन बना रहता है।
जो व्यक्ति कमलगट्टे के 108 बीज लेकर घी के साथ एक एक करके 108 कमलगट्टे के दानो की आहुति प्रत्येक बुधवार को देता है उसके घर से दरिद्रता सदैव के लिए दूर हो जाती है। ऐसा 21 दिन तक करें तो आने वाली कई पीढिय़ां सम्पन्न बनी रहती हैं।
यदि दुकान में कमल गट्टे की माला बिछा कर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार में कमी आ ही नहीं सकती। उसका व्यापार निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता रहता है।
बुधवार के दिन सात साबूत कौडिय़ां लें। इसके साथ ही एक मुट्ठी हरे खड़े मूंग लें। दोनों को एक हरे कपड़े में बांध लें और किसी मंदिर की सीढिय़ों पर चुपचाप रख आएं। ध्यान रखें इस बात को किसी को बताए नहीं, अन्यथा उपाय निष्फल हो जाएगा।
पीली कौड़ी जेब में रखों
पीली कौड़ी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। कुछ सफेद कौड़ियों को केसर या हल्दी के घोल में भिगोकर उसे लाल कपड़े में बांधकर घर में स्थित तिजोरी में रखें। कौड़ियों के अलावा एक नारियल की विधि-विधान से पूजा कर उसे चमकीले लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें।
शाम के समय सूर्यास्त से पहले घर की उत्तर दिशा में लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें। गाय के घी में इत्र मिलाकर दीपक प्रज्ज्वलित करें, मोगरे की अगरबत्ती जलाएं, अबीर से तिलक करें, दही में शक्कर मिलाकर भोग लगाएं। इसके बाद महालक्ष्मी पर हल्दी चढ़ी हुई 22 कौड़ी चढ़ाएं और स्फटिक की माला से "ॐ श्रीं नमः" मंत्र का जाप करें। जाप पूरा होने के बाद 11 कौड़ी लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें और 11 कौड़ीयों को जल प्रवाह करे दें।
एक और आसान उपाय है पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर, पान को देवी को चढ़ा दें | आपको धन की प्राप्ति होगी।
अचानक धन प्राप्ति का उपाय :- गुलाब के फूल में कपूर का टुकड़ा रखें। शाम के समय फूल में एक कपूर जला दें और फूल को देवी को चढ़ा दें। इससे आपको अचानक धन मिल सकता है।
नवरात्र की षष्ठी तिथि को शाम के समय बेल के पेड़ के जड़ पर मिट्टी, इत्र, पत्थर और दही चढ़ा दें और अगले दिन सुबह के समय बेल के पेड़ से एक छोटी टहनी तोड़ कर घर ले आयें और उसे अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपको बेहिसाब धन – संपदा प्राप्त होगी।
प्रथम नवरात्री से नवमी तिथि तक प्रतिदिन एक बार श्रीसूक्त का अवश्य ही पाठ करें इससे निश्चय ही आप पर माता लक्ष्मी की कृपा द्रष्टि बनी रहेगी।
जीवन में आर्थिक और किसी भी प्रकार के संकट निवारण के लिये शुक्ल पक्ष के बुधवार से शुरू करते हुए भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री स्वयं भी खाकर सोएं। यह प्रयोग 21, 42, 64 या 84 दिनों तक अवश्य ही करें। इससे घर में सुख समृद्धि का वास होता है।
पैसों का कोइ जुगाड़ न बन रहा हो तथा घर में दरिद्रता का वास हो तो यह करें : एक पानी भरे घड़े में राई के पत्ते डालकर इस जल को अभिमंत्रित करके जिस भी किसी व्यक्ति को स्नान कराया जाएगा उसकी दरिद्रता रोग नष्ट हो जाते हैं।
घर का ईशान कोण हमेशा खाली रखें। हो सके तो वहां पर जल से भरा एक पात्र रखें। चाहे तो वहां जल कलश भी रख सकते हैं।
घर का कोई भी सदस्य बिस्तर पर बैठकर कभी भी भोजन ना करें अन्यथा लक्ष्मी माँ रुष्ट हो जाती है और घर के सदस्यों को आर्थिक संकट घेरे रहते है।
घर में सुख समृद्धि लाने के लिए घर के वायव्य कोण ( उत्तरपश्चिम के कोण ) में साफ जगह पर सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर उस बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से उस घर में धन का प्रवाह लगातार बना रहता है, धन का अपव्यय भी नहीं होता है।
एक गुलाब का फूल लें। इसमें कपूर का टुकड़ा रखें। शाम के समय फूल मे एक कपूर जला दें और फूल को देवी दुर्गा को चढ़ा दें। यह कार्य लगातार 43 दिनों तक करें। ऐसा करने से अचानक धन प्राप्ति की सभांवना बनती हैं।
पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके आभूषण पहनना महिलाओं के लिए सोभाग्यशाली होता है। इससे प्रतिष्ठा बढ़ती हैं और अपयश से भी बचाव होता हैं। चलते हुए आभूषण पहनने से उनकी वृद्धि मे कमी आती हैं अतः ऐसा न करें।
घर में कोई भी वस्तु टूट जाती है तो उसे रख दिया जाता है कि जब समय होगा उसे ठीक करवा कर रख लेंगे लेकिन वो टूटी चीज घर का हिस्सा बन जाती है। जिससे न सिर्फ घर में नकारात्मकता फैलती है बल्कि धन की देवी लक्ष्मी नाराज होकर उस घर को छोड़ देती हैं। क्या आप जानते हैं ऐसा रवैया दरिद्रता को खुला निमंत्रण देता है उस घर में अपना स्थाई निवास बनाने के लिए।
टूटा हुआ कांच - घर में किसी भी तरह का टूटा हुआ कांच रखना टेंशन और दरिद्रता का कारण बनता है।
यदि खराब नल की वजह से पानी टपकता है तो उसे तुरंत सही करवा लेना चाहिए, नल से पानी टपकने का मतलब है धन की हानि।
घर के दक्षिण-पूर्व कोने को धन व समृद्धि का कोना माना जाता है, इसलिए यहां चौड़े पत्तियोंवाले पौधे लगाएं।
इसके लिए आप अपने घर, दुकान या शोरूम में एक अलंकारिक फव्वारा रखें ! या एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें! इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें!
इसके अलावा कछुआ धन प्राप्ति का भी सूचक माना गया है। यदि किसी को धन संबंधी परेशानी हो, तो उसे क्रिस्टल वाला कछुआ लाना चाहिए। इसे वह अपने कार्यस्थल या तिजोरी में भी रख सकते हैं।
फेंगशुई के अनुसार चीनी सिक्के घर में लगाने से धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती है। सिक्के मुख्य द्वार की अंदर की कड़ी पर लटकाना चाहिए। इसे गलती से भी पिछले दरवाजे की बाहरी कड़ी पर नहीं लगना चाहिए कहा जाता है कि इससे सौभाग्य आने की बजाय दूर चला जाता है।
फेंग शुई में मछलियों को सौभाग्य और धन का सूचक माना जाता है। इसके अनुसार घर में मछलियां रखने से मुसीबतें खत्म होती है और धन की वर्षा होती है। अगर हो सके तो घर में मछलियों के जोड़े को घर में लटकाना चाहिए। इनके प्रभाव से घर में धन की बरकत और कार्यक्षेत्र में उन्नति होती है। इन्हें बृहस्पतिवार अथवा शुक्रवार को घर में टांगना शुभ होता है।
धन की पोटली अपने कांधे पर टांगे लाफिंग बुद्धा किसी भी घर या ऑफिस के लिए शुभ माने गए हैं।
अगर हर काम में असफलता और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ रहा हो तो घर-दुकान में लेटे हुए लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति रखना अच्छा होती है। इसे शयनकक्ष, रसोईघर, बाथरुम और शौचघर में नहीं रखा जाता।
यदि आप चाहते हैं व्यापार में प्रगति तो चाँदी का छोटा सा ठोस हाथी अपनी जेब में रखें।
काम पर जाते समय कुछ धन कहीं छुपा कर रख दें। जब शाम को घर लौटें तो इस धन को किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें। शनिवार के दिन किसी सफाइकर्मी को दान देने से भी आर्थिक बाधाएं दूर होती है।
आप अपने खाने में से हर रोज कौए को रोटी दें। ऐसा करने से आप पर बढ़ रहा कर्ज और आर्थिक तंगी खत्म होगी।
लाल किताब के अनुसार, घर में शुद्ध सोना और केसर को एक साथ रखने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इस उपाय से परिवार में उन्नति भी होगी।
घर के आस पास या फिर मंदिरों में जाकर जानवरों और जरूरतमंद को खाना खिलाएं, ऐसा लगातार करने से भाग्य में वृद्धि होगी। साथ ही कम से कम 10 रुपए जनकल्याण के लिए खर्च कर दें और वह बात किसी को न बताएं।
रात को जब आप सोएं तो अपने सिरहाने की तरफ पलंग के नीचे एक बर्तन में जौं रख दें। इसके बाद सुबह उठकर वह जौं गरीबों में बांट दें या फिर जानवरों को खिला दें।
घर में अगर बरकत नहीं हो रही है तो सभी घरवाले रसोई में बैठकर खाना खाएं। इस उपाय से घर और परिजनों की जिंदगी दोनों में बरकत शुरू हो जाएगी। यदि आप पर लगातार संकट छाया हुआ है तो शनिवार के दिन नदी के बहते जल में अखरोट या नारियल को प्रवाहित कर दें।
धन प्राप्ति के लिये शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करे और अंधे बच्चो के स्कूल मैं जाकर 27 संतरे/केले दृष्टिहीन बच्चों को खिलाएं।
21 शुक्रवार लगातार 9 वर्ष से कम आयु की 5 कन्यायों को अपने घर पर बुलाकर खीर (मिश्री मिली हुई) का सेवन कराये और दक्षिणा दे।
यदि आप पैसों की तंगी से परेशान है रविवार या सोमवार के दिन बाजार से तीन झाड़ू खरीदकर लाएं। अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में सभी नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद अपने घर के आसपास किसी मंदिर में वह तीनों झाड़ू रख आएं। ध्यान रहे झाड़ू ले जाते समय और मंदिर रखते समय आपको कोई देखे नहीं। यदि किसी ने आपको देख लिया तो इस उपाय का प्रभाव समाप्त होने संभावना रहती है। यदि यह उपाय ठीक से कर लिया जाएगा तो शीघ्र ही पैसा से जुड़ी तमाम समस्याएं दूर हो जाएंगी।
हर शनिवार काले तिल, काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान करें। इस उपाय से पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
गुरूवार के दिन का स्वामी देव गुरू बृहस्पति को माना गया है। गुरू धर्म और धन के स्वामी ग्रह हैं। धन संबंधी परेशानी दूर करने के लिए हर गुरूवार के दिन किसी सुहागन स्त्री को सुहाग सामग्री दान करें। सुहाग समाग्री में आप अपनी इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार कुछ भी दे सकते हैं।
धन लक्ष्मी की वृद्धि के लिए सोमवार या फिर शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान करें। सफेद वस्तु दूध, चीनी, सफेद वस्त्र कुछ भी हो सकता है।
अगर जीवन में आर्थिक दिक्कते आती हो, व्यापार, नौकरी में आपेक्षित सफलता नहीं मिलती हो, कार्य में कमी हो या बेरोजगारी की सी स्थिति हो तो घर से बाहर कार्य के लिए जाते समय 'श्रीमद् भगवद् गीता' के अंतिम श्लोक को 21 बोलकर फिर घर से निकलें तो सफलता मिलने के योग बहुत बढ़ जाते है ।
" यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः।
तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम "।।
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कोई भी एक अच्छा सा शुभ मुहर्त चुन ले तथा उस शुभ मुहूर्त पर 11 लघु नारियल माँ लक्ष्मी के चरणों में अर्पित कर दे। तथा इसके साथ इस चमत्कारी मन्त्र का जाप करे।
मन्त्र :- ऊँ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्
दो माला जाप करने के बाद इन नारियलों को एक लाल कपडे में लपेट कर अपनी तिजोरी में रख दे तथा अगले दिन इन नारियलों को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर दे। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है तथा अपनी कृपा बरसाती है।
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किसी शुभ मुहूर्त जैसे दीपावली, अक्षय तृतीया, होली आदि की रात यह उपाय किया जाना चाहिए। दीपावली की रात में यह उपाय श्रेष्ठ फल देता है। इस उपाय के अनुसार आपको दीपावली की रात कुमकुम या अष्टगंध से थाली पर यहां दिया गया मंत्र लिखना चाहिए।
मन्त्र :- ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।
इस मंत्र का जप भी करना चाहिए। किसी साफ एवं स्वच्छ आसन पर बैठकर रुद्राक्ष की माला या कमल गट्टे की माला के साथ मंत्र जप करें। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। अपनी श्रद्धा अनुसार यदि आप ज्यादा जाप करना चाहे तो कर सकते है। इस उपाय से आपके घर में महालक्ष्मी की कृपा बरसने लगेगी।
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उपाय के अनुसार आपको यहां दिए जा रहे मंत्र का जप तीन माह तक करना है। प्रतिदिन मंत्र का जप केवल 108 बार करें।
मन्त्र :- ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।
मंत्र जप करते समय अपने पास धनलक्ष्मी कौड़ी रखें। जब तीन माह हो जाएं तो यह कौड़ी अपनी तिजोरी में या जहां आप पैसा रखते हैं वहां रखें। इस उपाय से जीवनभर आपको पैसों की कमी नहीं होगी।
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किसी भी शुभ मुहूर्त में या किसी शुभ दिन में सुबह जल्दी उठें। इसके बाद नित्यकर्मों से निवृत्त होकर किसी पवित्र नदी या जलाशय के किनारे जाएं। किसी शांत एवं एकांत स्थान पर वट वृक्ष के नीचे चमड़े का आसन बिछाएं। आसन पर बैठकर धन प्राप्ति मंत्र का जप करें।
धन प्राप्ति का मंत्र: ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा।
इस मंत्र का जप आपको 21 दिनों तक करना चाहिए। मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। 21 दिनों में अधिक से अधिक संख्या में मंत्र जप करें।
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यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय करना चाहिए।
यह उपाय 40 दिनों तक किया जाना चाहिए। इसे अपने घर पर ही किया जा सकता है। उपाय के अनुसार धन प्राप्ति मंत्र का जप करना है। प्रतिदिन 108 बार।
मंत्र: ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।
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दीपावली की रात में विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन करके सो जाएं और सुबह जल्दी उठें। नींद से जागने के बाद पलंग से उतरे नहीं बल्कि यहां दिए गए मंत्र का जप 108 बार करें।
मंत्र: ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा।
मंत्र जप करने के बाद दसों दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें। इस उपाय से साधक को चारों तरफ से पैसा प्राप्त होता है
धन प्राप्ति व सफलता के लिए साधना
चिंतामणि साधना मंत्र―
ॐ ह्रीम् श्रीम् भगवती चिंतामणि सर्वार्थसिद्धिम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ | ||||
8 | 1 | 6 | ||
ॐ | 3 | 5 | 7 | ॐ |
4 | 9 | 2 | ||
ॐ |
साधना विधि―
उपरोक्त चिंतामणि यंत्र किसी साफ़ पेपर पर बनाकर, एक पीला कपड़ा बिछाकर उस पर स्थापित करें, घी का दीपक जलाएं और सबसे पहले गणेश पूजन, गुरु पूजन फिर मां लक्ष्मी और विष्णुजी का पूजन करें और प्रार्थना करें “हे लक्ष्मी नारायण मेरी धन संबंधित सभी समस्याओं का नाश कीजिये, मैं आपकी शरण में हूं मेरी रक्षा कीजिये” और 31 माला इस मंत्र की जपें। यह जप आपको सुबह और शाम दोनों समय करना है अंतिम दिन 1008 आहुति साधारण हवन सामग्री में कमलगट्टे और पंच मेवा मिलाकर दें। यह 21 दिन की साधना है अंतिम दिन सभी सामग्री को बहते पानी में बहा दें। मां चिंतामणि की कृपा से आपकी धन से संबंधित सभी समस्याओं का नाश हो जाये ऐसी मेरी कामना है।
मेष- आप अपनी तिजोरी में चंदन से "श्रीं" लिखें।
वृष- दही शक्कर महालक्ष्मी पर चढ़ाकर स्वयं खाएं।
मिथुन- यथासंभव पक्षियों के लिए चावल रखें, बुधवार वाले दिन तो अवश्य ही रखें।
कर्क- आप सफ़ेद गाय को जौ खिलाएं, जौ उपलब्ध न हो तो गेँहू खिला सकते हैं।
सिंह- आप किसी भिखारी को रेशमी कपड़ा दान करें, अगर भिखारी न हो तो अपने सेवक को भी कर सकते हैं।
कन्या- आप अपने कंठ पर इत्र लगाएं।
तुला- आप यथासंभव मुलतानी मिट्टी का इस्तेमाल करें।
वृश्चिक- आप अपने बेडरूम में कपूर जलाएं।
धनु- आप शाम के समय तुलसी पर शुद्धघी का दीपक अवश्य करें।
मकर- आप अपनी नाभि पर इत्र लगाएं।
कुंभ- आप लक्ष्मी मंदिर में आटा दान करें अगर लक्ष्मी मंदिर न हो तो कृष्ण मंदिर या अन्य मंदिर में भी कर सकते हैं।
मीन- आप सफ़ेद गाय को मीठे चावल खिलाएं।
अधिक से अधिक धन कमाने के बाद भी कुछ बचा नहीं पा रहे हैं और घर में बरकत नही हो रही हो, तो ये उपाय करने चाहिए
किसी भी शुभ मुहूर्त या अक्षय तृतीया या पूर्णिमा या दीपावली या किसी अन्य मुहूर्त में सुबह जल्दी उठें। सभी आवश्यक कार्यों से निवृत्त होकर लाल रेशमी कपड़ा लें। अब उस लाल कपड़े में चावल के 21 दानें रखें। ध्यान रहें चावल के सभी 21 दानें पूरी तरह से अखंडित होने चाहिए यानि कोई टूटा हुआ दान न रखें। उन दानों को कपड़े में बांध लें। इसके बाद धन की देवी माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजन करें। पूजा में यह लाल कपड़े में बंधे चावल भी रखें। पूजन के बाद यह लाल कपड़े में बंधे चावल अपने पर्स में छुपाकर रख लें। ध्यान रखें कि पर्स में किसी भी प्रकार की अधार्मिक वस्तु कतई न रखें। इसके अलावा पर्स में चाबियां नहीं रखनी चाहिए। सिक्के और नोट अलग-अलग व्यस्थित ढंग से रखे होने चाहिए। किसी भी प्रकार की अनावश्यक वस्तु पर्स में न रखें।
बुधवार को पहले किन्नरों को कुछ पैसे दान दे फिर कुछ पैसे उनसे, उनके पास से आशीर्वाद के रूप में ले ले। उन पैसो को पूजा के स्थान पर रखकर धुप बत्ती दिखाए और हरे कपडे में लपेटकर धन वाले स्थान पर रख दे।
सबसे छोटे चलने वाले नोट का एक त्रिकोण पिरामिड बनाकर घर के धन स्थान में रख दीजिये, जब धन की कमी होने लगे तो उस पिरामिड को बायें हाथ में रखकर दाहिने हाथ से उसे ढककर कल्पना कीजिये कि यह पिरामिड घर में धन ला रहा है, कहीं से भी धन का बन्दोबस्त हो जायेगा, लेकिन यह प्रयोग बहुत ही जरूरत में कीजिये।
गुड़ चढ़ाने से हनुमानजी जल्द ही प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालु को सभी इच्छित वस्तुएं प्रदान करते हैं। हनुमानजी कलयुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माने गए हैं। बजरंगबली अपने भक्तों बल, बुद्धि और विद्या प्रदान करते हैं जिससे वे सुख-समृद्धि की वस्तुएं अर्जित कर सकते हैं। हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें प्रतिदिन सुबह-सुबह गुड़ का भोग लगाना चाहिए। इसके साथ ही हनुमान चालिसा का पाठ करने के बाद ही कार्य प्रारंभ करना चाहिए। ऐसा करने पर बहुत ही कम दिनों में आपकी सभी परेशानियां स्वत: ही दूर हो जाती हैं और धन प्राप्ति के नए मार्ग खुल जाते हैं। इस उपाय के साथ ही यह भी ध्यान रखें कि किसी भी अधार्मिक कार्यो से सदैव दूर रहें और घर के वृद्धजनों का सम्मान करें। अन्यथा यह उपाय अपना पूरा प्रभाव नहीं दे पाएगा।
शनिवार को सात हरी मिर्च और एक नींबू की माला बनाकर दुकान में ऐसे टांगें कि उस पर ग्राहक की नजर पड़े। व्यवसाय व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा एकाक्षी श्रीफल की स्थापना करें। फिर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पूजा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद यथासंभव अधिक से अधिक लोगों को बांटें। भोग नित्य प्रति भी लगा सकते हैं।
मुठ्ठी भर काले तिल को परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उतारकर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद हो जाएगी।
काली मिर्च के 5 दाने अपने सिर पर से 7 बार उतारकर 4 दाने चारों दिशाओं में फेंक दें तथा पांचवें दाने को आकाश की ओर उछाल दें।