अगर आपका कोई रिश्तेदार या फिर कोई करीबी दोस्त आपको लोन गारंटर बनने के लिए बोल रहा है तो, ज़रा आप सतर्क हो जाएं। क्योंकि कई बार दोस्त की मदद करने के दरमियान मुसीबत हमरे सिर आकर मडराने लगती है और हमें इसका अंदाज़ा तक नहीं होता। इसलिए गारंटर बनते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान:
बैंक उस वक्त एक लोन गारंटर की मांग करता है जब बैंक को लगने लगता है कि लोन लेने वाले व्यक्ति की फाइनेंशियल कंडीशन कमजोर है। ऐसे में बैंक एक लोन गारंटर की मांग करता है, ताकि वे जो राशि उधार दे रहे हैं उसे आसानी से वसूल कर सके। मगर जिस राशि के लिए आप गारंटी दे रहे हैं वह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बकाए के रूप में दिखाई देगी। इससे आपकी लोन लेने की क्षमता पर भी असर पड़ता है।
गारंटर की प्रॉपर्टी हो सकती है नीलाम
यदि उधारकर्ता समय पर बैंक से लिया हुआ लोन नहीं चुका रहा है, तो ऐसे में बैंक अपना बकाया राशि वसूल करने के लिए गारंटर से संपर्क करती है। यदि इसके बाद गारंटर भी पैसे नहीं देता है तो लोन कंपनी अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उनकी प्रॉपर्टी नीलाम करवाकर अपने पैसे वसूल कर सकती है।
एक से ज्यादा गारंटर बनाएं
आप जिसके भी गारंटर बनने जा रहे हैं, उससे एक से अधिक गारंटर रखने के लिए कहें। क्योंकि ऐसा करने से आप अपने दोस्त की मदद भी कर पाएंगे और साथ ही अगर आप कोई लोन लेने की प्लानिंग करते हैं तो आपकी क्रेडिट रिपोर्ट भी बेहतर होगी