सफलतापूर्वक व्यक्ति दफ्तर छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करते है, इसके पश्चात यह दुनिया में अपना नाम बनाते है।
यह वृत्तांत दुनिया के सबसे प्रसिद्ध ई-वाणिज्यिक कम्पनी अमेज़न ज़ेफ बेजोस का है।
यह अमेरिका के वॉलस्ट्रीट में एक निजी कम्पनी बैंकर्स ट्रस्ट में बहुत अच्छी श्रेणी पर थे और उन्हें बहुत अच्छी तनख्वा मिलती थी। उन्हें काम के दौरान ही अमेरिका में काफी जगह घूमने को मिला उसी दौरान वह घूमते-घूमते लोगों से मिलते थे तथा उनकी ख़रीददारी को लेकर होने वाली दिक़्क़त के बारे में जानते थे। वह उसी समय बहुत कुछ समझ चुके थे की इंटरनेट के इस बढ़ते युग में ई-मार्केटिंग कंपनी का भविष्य बहुत उज्ज्वल रहेगा।
ज़ेफ बेज़ोस ने अपनी नौकरी छोड़कर अपने माता-पिता के गैराज में अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू किया। तभी उनके माता-पिता, उनके रिश्तेदार तथा उनके दोस्तों को काफी हैरानी हुई और सबको लगा की वह उस समय अपने सारे पैसे का नुकसान कर रहे है।
असल में उस समय ज़ेफ बेज़ोस के पास अधिक धन नहीं था, उन्होंने अपने नाना द्वारा इस व्यवसाय में एक लाख डॉलर का निवेश कराया क्योंकि उनके माता-पिता का इनके बाल्यकाल में ही तलाक हो गया था। ज़ेफ बेज़ोस का पूरा बचपन अपने ननिहाल में बीता। उनके ननिहाल में धन की कमी तो नहीं थी, परन्तु फिर भी इतनी बड़ी रकम देते समय उनके नाना असमंजस में थे।
दो सप्ताह के अंदर ही उनकी कंपनी हर हफ्ते 20 हज़ार डॉलर की कमाई करने लगी। 21वी सदी के प्रारम्भ में ही डॉटकॉम का ज़ोर आया तो अधिकतर कंपनियां बहुत बुरी तरह प्रभावित हुई परन्तु अमेज़न और मजबूत व सारभूत बन गया। असल में उन्हें लाभ 2001 से कई वर्षों के पश्चात होना शुरू हुआ।
कम्पनी में बढ़त आती गयी और आज दुनिया की सबसे विशाल ई-वाणिज्यिक कम्पनी अमेज़न है। अमेरिका के वही वॉलस्ट्रीट पर वर्तमान में अमेज़न दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कम्पनी बन गयी है। अमेज़न ने बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को भी पीछे छोड़ते हुए अपनी विशाल जगह बना ली है।
दुनिया की सबसे विशाल ई-वाणिज्यिक कम्पनी अमेज़न के शेयर्स में 3.6 फीसदी की बढ़त शामिल की गयी है, जिसके पश्चात कम्पनी का संपूर्ण बाज़ार पूंजीकरण 797 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया है।